लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने गरीबी के खिलाफ ऐसा वार छेड़ा है, जिसे देखकर पूरा देश चौंक गया है! योगी आदित्यनाथ की सरकार का ‘जीरो पॉवर्टी अभियान’ न सिर्फ गरीब परिवारों को पहचान रहा है, बल्कि उनके सदस्यों को गारंटी के साथ ट्रेनिंग देकर ताज होटल, एसबीआई, एल एंड टी, मेदांता और अदाणी ग्रुप जैसी दिग्गज कंपनियों में नौकरी दिलाने जा रहा है।
राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने रविवार को ऐलान किया कि ये योजना यूपी के हर गरीब परिवार को दो वक्त की रोटी के संघर्ष से हमेशा के लिए मुक्त कर देगी। उनका कहना है, “यह सिर्फ रोजगार योजना नहीं, यह सम्मान और आत्मनिर्भरता की क्रांति है।”
पहली बार सीधे बड़े कॉरपोरेट्स में एंट्री!
अब तक कभी नहीं हुआ कि सरकार गरीबों को ट्रेनिंग देकर सीधे देश-विदेश की बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट कराए। यह पहली बार है कि सरकार का गारंटेड स्किल प्रोग्राम और प्लेसमेंट प्रोग्राम निजी सेक्टर की 40 बड़ी कंपनियों का भरोसा जीत चुका है। एल एंड टी से लेकर अदाणी तक और ताज से लेकर मेदांता तक, सभी ने हाथ बढ़ाया है।
क्या सिखाया जाएगा?
‘360 डिग्री फार्मूला’ के तहत परिवार के मुखिया को ऑफिस रखरखाव, शौचालय सफाई, गेस्ट अटेंडेंट, हाउसकीपिंग और हॉस्पिटैलिटी जैसे सात तरह के कोर्स करवाए जाएंगे। यही नहीं, भाषा कौशल (कम्युनिकेशन स्किल्स) की भी ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि कोई भी कॉर्पोरेट में जाकर घबराए नहीं, बल्कि आत्मविश्वास से चमक उठे।
कमाई की गारंटी: 18,400 रुपये महीना!
सरकार ने साफ कर दिया है कि प्लेसमेंट के बाद हर व्यक्ति को कम से कम 18,400 रुपये प्रति माह वेतन मिलेगा। यानी अब गरीबी का मतलब झोपड़ी में जीना नहीं, बल्कि मेहनत करके सम्मान से जीना होगा।
कहां पहुंचेगा असर?
मुख्य सचिव ने दावा किया, “यह पहल आर्थिक आत्मनिर्भरता के साथ-साथ सामाजिक समरसता और समान अवसर की दिशा में ऐतिहासिक कदम होगी। हमारा सपना है – यूपी में अब कोई भूखा न रहे।”
इस ऐलान के बाद देश भर की नजरें यूपी पर टिक गई हैं। क्या योगी सरकार का ये प्रयोग गरीबी हटाने का नया मॉडल बनेगा? क्या वाकई गरीबों की किस्मत पलटने वाली है? आने वाले महीनों में इसका असर साफ दिखाई देगा।