मैनचेस्टर टेस्ट के तीसरे दिन टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भारतीय कप्तान शुबमन गिल की रणनीतियों पर तीखा हमला बोला है। शुक्रवार, 25 जुलाई को खेले गए चौथे टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड ने 7 विकेट पर 544 रन बना लिए, जिससे भारत की हालत और भी खराब हो गई।
नासिर हुसैन ने गिल की कई रणनीतिक गलतियों को इंगित किया, खासकर जसप्रीत बुमराह और वॉशिंगटन सुंदर के इस्तेमाल को लेकर।
बुमराह को सही छोर से गेंदबाजी क्यों नहीं कराई?
हुसैन ने “द डेली मेल” में अपने कॉलम में लिखा, “बेन स्टोक्स को ब्रायन स्टैथम एंड से अतिरिक्त बाउंस मिला और वहीं से उन्होंने पांच विकेट लिए, लेकिन बुमराह को अधिकतर गेंदबाजी जिमी एंडरसन एंड से कराई गई, जो समझ से परे है।”
हुसैन का मानना है कि जिस छोर से स्टोक्स को मदद मिली, उसी से बुमराह का इस्तेमाल करना चाहिए था ताकि वह अधिक प्रभावी हो सकते।
सुंदर को 69वें ओवर तक क्यों रोके रखा?
हुसैन ने वॉशिंगटन सुंदर की उपेक्षा पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा, “जब दूसरे दिन चाय के बाद सूरज निकला और पिच सपाट होने लगी, तो टीम इंडिया ने सुंदर को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया। उन्हें पहली बार 69वें ओवर में गेंदबाजी सौंपी गई, जब इंग्लैंड 305/2 था।”
हुसैन ने आगे कहा, “सुंदर का आत्मविश्वास गजब का था। लॉर्ड्स टेस्ट में चार विकेट लेने के बाद जिस तरह उन्होंने जीत की बात कही, वह बताता है कि वे कितने प्रेरित थे। मैंने इंग्लैंड में शायद ही किसी स्पिनर को इतनी खूबसूरत ड्रिफ्ट के साथ गेंदबाजी करते देखा हो — वो भी हवा के खिलाफ।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि सुंदर ने जब गेंदबाजी शुरू की तो तुरंत ही ओली पोप और हैरी ब्रूक को आउट किया, जिससे साफ हुआ कि वह पहले ही इस्तेमाल किए जा सकते थे। “यह सवाल उठता है — आखिर वो कहां थे अब तक?” उन्होंने पूछा।
अब जब भारत चौथे टेस्ट में पिछड़ चुका है और श्रृंखला खतरे में है, कप्तान शुबमन गिल को अपनी रणनीतियों पर गंभीरता से पुनर्विचार करना होगा। यदि भारत को इस पांच मैचों की सीरीज में बने रहना है, तो उन्हें मैनचेस्टर में करिश्माई वापसी करनी ही होगी।