लखनऊ से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। रहीमाबाद की रहने वाली एक युवती के प्यार और भरोसे का ऐसा खौफनाक अंत हुआ, जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की थी।
‘मैं विवेक बोल रहा हूं…’ से शुरू हुआ प्यार
साल 2017 में युवती के फोन पर एक अनजान कॉल आया। उधर से आवाज आई – “मैं विवेक बोल रहा हूं।” बातों-बातों में दोस्ती हुई, जो जल्द ही प्यार में बदल गई। लड़के ने खुद को विवेक कुमार, हरदोई का निवासी बताया और कहा कि वह ट्रैवल एजेंसी में काम करता है। सबकुछ इतना सहज और भरोसेमंद लगा कि दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली और लखनऊ में किराए के मकान में रहने लगे।
कोरोना के बाद बदला सबकुछ, गायब हुआ ‘विवेक’
कोरोना महामारी के दौरान दोनों युवती के गांव लौट आए, लेकिन इसके बाद युवक का व्यवहार बदलने लगा। वह अक्सर टालमटोल करता, खासकर जब युवती उसके घर चलने की बात करती। फिर करीब दो साल पहले उसने दिल्ली नौकरी का बहाना बनाया और युवती से सारे संपर्क तोड़ दिए।
हरदोई जाकर खुली असलियत, उड़े होश
9 जुलाई 2025 को युवती हरदोई के दहेलिया गांव पहुंची, जहां विवेक का बताया हुआ पता था। लेकिन वहां न कोई विवेक था, न कोई ट्रैवल एजेंसी वाला। पता चला कि असली नाम कमरुल हक पुत्र रहमतुल्लाह है, जो मुस्लिम है और पहले से शादीशुदा है! जब युवती ने उसके परिजनों से धोखे की बात कही, तो उल्टा वही लोग उस पर टूट पड़े और मारपीट करने लगे। घबराई युवती ने तुरंत 1090 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया, लेकिन मामले को लखनऊ का बताकर कार्रवाई से हाथ खड़े कर दिए गए।
अब पुलिस ढूंढ रही है आरोपी को
हिम्मत जुटाकर युवती रहीमाबाद थाने पहुंची और पूरी आपबीती सुनाई। थाना प्रभारी आनंद द्विवेदी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, पहचान छुपाकर शादी करने और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें बनाई गई हैं।