इंदौर, मध्य प्रदेश — शहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक की शादी एक विवाहित महिला से यह कहकर करवा दी गई कि वह ब्राह्मण अविवाहित युवती है। शादी के कुछ दिनों बाद पता चला कि महिला न केवल पहले से शादीशुदा है, बल्कि उसका एक पांच साल का बेटा भी है। पीड़ित परिवार ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शादी के बाद “अल्लाह” सुनकर खुला राज
यह मामला इंदौर के गांधीनगर थाना क्षेत्र के हिंगोनिया खुर्द गांव का है। यहां एक युवक की शादी एक युवती से करवाई गई थी, जिसे ब्राह्मण समाज की “निकिता” बताया गया था। शादी के बाद जब महिला के मुंह से बार-बार “अल्लाह कसम” और “या अल्लाह” जैसे शब्द निकले, तो परिवार वालों को शक हुआ। पूछताछ करने पर महिला ने बताया कि उसका असली नाम “नाजिया” है।
बिचौलियों ने रची पूरी साजिश
युवक के भाई की मुलाकात मुकेश मराठा नाम के एक व्यक्ति से हुई थी, जिसने शादी तय करवाने के बदले 20 हजार रुपये लिए थे। पहले 26 फरवरी 2024 को शादी तय हुई, लेकिन लड़की पक्ष ने एक्सीडेंट का बहाना बनाकर शादी कैंसिल कर दी। बाद में कोमल और नेहा नाम की दो महिलाओं ने परिवार से संपर्क किया और ढाई लाख रुपये लेकर “निकिता” नाम की लड़की से शादी करवा दी।
पहले से शादीशुदा और बच्चा भी
शादी के तीन दिन बाद कोमल पठान नाम की महिला नाजिया को लेकर चली गई। कुछ दिन बाद नाजिया फिर ससुराल लौट आई और कहा कि उसे जबरन दूसरी शादी के लिए ले जाया गया था लेकिन वह नहीं मानी। इसके बाद जसवंत नाम के युवक को “शाहनवाज उर्फ शानू” नाम के व्यक्ति का फोन आया, जिसने बताया कि वह नाजिया का पति है और उनका एक बेटा भी है। यह सुनकर पूरा परिवार सन्न रह गया।
नाजिया फरार, धमकियां भी मिलीं
जल्द ही नाजिया घर का सारा सामान लेकर फरार हो गई। युवक ने जब उसके परिवार के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह नायता मुंडला में एक किराए के मकान में रह रही है। युवक ने जब नाजिया की मां से बात की, तो उसने धमकाते हुए कहा कि उसे सब कुछ भूल जाना चाहिए।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
पीड़ित परिवार ने परशुराम सेना से संपर्क किया। एडवोकेट नमन दुबे के अनुसार, युवक ने गांधीनगर थाने में शिकायत दी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद परशुराम सेना के पदाधिकारियों के साथ युवक पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचा है और न्याय की मांग की है।