ढाका से आई एक भयावह खबर ने पूरे बांग्लादेश को झकझोर कर रख दिया। सोमवार दोपहर बांग्लादेश एयरफोर्स का चीनी मूल का ट्रेनर फाइटर जेट F-7BGI राजधानी ढाका के माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज पर आकर क्रैश हो गया। हादसे के समय क्लास चल रही थी, और अचानक आसमान से आई इस तबाही ने मासूम बच्चों, उनके माता-पिता, शिक्षकों और कर्मचारियों को चपेट में ले लिया।
अब तक 19 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 164 से ज्यादा लोग घायल हैं। 60 से अधिक गंभीर रूप से झुलसे लोगों को ढाका के बर्न इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया है। मामूली घायलों का इलाज उत्तरा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
हाथ ठेलों और हेलिकॉप्टरों में लाए गए घायल बच्चे
हादसे के बाद का मंजर रोंगटे खड़े कर देने वाला था। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में देखा गया कि लोग घायलों को हाथ ठेलों पर लादकर अस्पताल पहुंचा रहे थे। कई बच्चों को तुरंत हेलिकॉप्टर के जरिए बड़े अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। चारों तरफ चीख-पुकार और अफरातफरी का माहौल था।
सरकार ने किया एक दिन का राजकीय शोक घोषित
अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने इस भयावह हादसे पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा,
“इस विमान हादसे में वायुसेना के सदस्य, माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज के छात्र, अभिभावक, शिक्षक और कर्मचारी सहित जिन लोगों को नुकसान हुआ है, वह अपूरणीय है। यह देश के लिए एक बेहद दुखद क्षण है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
यूनुस ने सभी अस्पतालों और राहत टीमों को घायलों की हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए हैं और हादसे की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है।
मिनटों में पहुंची फायर सर्विस, 8 स्टेशन जुटे बचाव में
फायर सर्विस के मुताबिक, हादसा दोपहर 1:18 बजे हुआ और 1:22 बजे तक राहत टीम मौके पर पहुंच गई। उत्तरा, टोंगी, पल्लबी, कूर्मिटोला, मीरपुर और पूर्वाचल के कुल आठ फायर स्टेशन के दल राहत और बचाव में लगे रहे।
कितना घातक है F-7BGI फाइटर जेट?
F-7BGI चीन में बना एक मल्टीरोल फाइटर जेट है, जो सोवियत यूनियन के MiG-21 की तर्ज पर डिजाइन किया गया है। बांग्लादेश एयरफोर्स ने इसे 2011-2013 के बीच खरीदा था। यह 600-650 किलोमीटर की कॉम्बैट रेंज और 2,230 किलोमीटर की फेरी रेंज तय कर सकता है। इसकी अधिकतम ऊंचाई 17,800 मीटर और क्लाइंबिंग स्पीड 155 मीटर/सेकंड है।
खतरनाक हथियारों से लैस यह फाइटर जेट 3 हजार किलोग्राम तक मिसाइल और बम ले जाने में सक्षम है, जिसमें PL-5 और PL-9 मिसाइल, लेजर गाइडेड बम और C-704 एंटी-शिप मिसाइल शामिल हैं।
पूरे देश में शोक, जांच के आदेश
इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी दुर्घटना नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आपदा बन गया है। सवाल उठ रहे हैं कि इतने भारी-भरकम हथियारों वाला युद्धक विमान आबादी वाले इलाके में उड़ान क्यों भर रहा था। आने वाले दिनों में जांच से इस दर्दनाक हादसे की सच्चाई सामने आएगी।