लंदन के ओवल मैदान पर खेला गया भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक यादगार रोमांच बनकर सामने आया। ओवल टेस्ट के पांचवें दिन रोमांच चरम पर था और आखिरकार भारत ने सिर्फ 6 रन से ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जो टेस्ट क्रिकेट में भारत की अब तक की सबसे कम रन अंतर से जीत है।
जीत के नायक रहे मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा, जिन्होंने क्रमशः 5 और 4 विकेट लेकर इंग्लैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
ओवल की हरी-भरी पिच ने तेज गेंदबाजों को शुरू से ही मदद दी। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी चुनी, लेकिन शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया। करुण नायर ने शानदार अर्धशतक जड़ा, जबकि साई सुदर्शन और वॉशिंगटन सुंदर ने उपयोगी पारियां खेलीं। टीम इंडिया 224 रन पर ऑलआउट हो गई।
गस एटकिंसन ने इंग्लैंड के लिए गेंद से कहर बरपाया और 5 विकेट झटके।
इंग्लैंड ने आक्रामक रुख अपनाते हुए केवल 13 ओवर में 92 रन बना डाले। लग रहा था कि मेज़बान टीम बढ़त हासिल कर लेगी, लेकिन तभी सिराज ने कमाल की गेंदबाज़ी की। उनकी धारदार गेंदों के सामने इंग्लिश मिडिल ऑर्डर पस्त हो गया और पूरी टीम 247 रन पर सिमट गई।
दूसरी पारी में पिच थोड़ी आसान हो गई और भारत ने इसका फायदा उठाया। यशस्वी जायसवाल ने इस दौरे का अपना दूसरा शतक जमाया, वहीं वॉशिंगटन सुंदर ने तेज़ अर्धशतक जड़ा। भारत ने इंग्लैंड के सामने 374 रन का विशाल लक्ष्य रखा।
लक्ष्य का पीछा करते हुए बेन डकेट और जो रूट ने ठोस शुरुआत दी। फिर हैरी ब्रूक ने तूफानी अंदाज़ में 111 रन (98 गेंदों में) ठोके। मैच भारत की पकड़ से निकलता दिखा, लेकिन अंतिम दिन यानी 4 अगस्त को खेल ने नया मोड़ ले लिया।
इंग्लैंड को जीत के लिए केवल 35 रन और भारत को 4 विकेट चाहिए थे। सिराज ने जैमी स्मिथ को आउट किया, फिर जैमी ओवरटन को LBW कर दिया। प्रसिद्ध कृष्णा ने जोश टंग को बोल्ड कर मुकाबला पलट दिया।
जब इंग्लैंड को सिर्फ 6 रन की दरकार थी, तब एटकिंसन ने बड़ा शॉट खेला जो आकाश दीप के हाथ से निकलकर छक्के में तब्दील हो गया। लेकिन अगली ही गेंद पर सिराज की यॉर्कर ने एटकिंसन के स्टंप उड़ा दिए, और भारत ने यह थ्रिलर 6 रन से जीत लिया।
यह जीत न सिर्फ आंकड़ों में खास रही, बल्कि खेल के रोमांच और जज़्बे का उदाहरण भी बनी। एक ऐसा मुकाबला जिसे हार मान चुके प्रशंसक भी आखिरी ओवर तक देखकर हैरान रह गए।
यही टेस्ट क्रिकेट की खूबसूरती है — अनिश्चितता, रणनीति और अंत तक लड़ने का हौसला।