नई दिल्ली – संसद के मानसून सत्र में मंगलवार को भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर जोरदार बहस देखने को मिली। लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने जहां विपक्ष को घेरा, वहीं राज्यसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने सीधे आरोप लगाया कि पाकिस्तान को चीन से जंग की लाइव खुफिया जानकारी मिल रही थी और अगर सरकार ने पहले उनकी बात मानी होती तो भारत के लड़ाकू विमान नहीं गिरते।
राहुल बोले – सेना नहीं, सरकार की थी गलती
राहुल गांधी ने पहलगाम आतंकी हमले को ‘क्रूर’ करार देते हुए कहा, “जो हुआ वह गलत हुआ, सबने उसकी निंदा की। हम चट्टान की तरह सरकार के साथ खड़े रहे।” उन्होंने बताया कि वे खुद हमले के बाद कश्मीर, यूपी और अन्य जगहों पर पीड़ित परिवारों से मिले। साथ ही कहा कि सेना को राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ पूरी आज़ादी मिलनी चाहिए, जैसा 1971 के युद्ध में इंदिरा गांधी ने किया था।
“सरकार ने 30 मिनट में सरेंडर कर दिया”
राहुल ने कहा कि रक्षा मंत्री ने खुद सदन में बताया कि दोपहर 1:35 बजे पाकिस्तान को सूचित किया गया कि भारत ने आतंकी ठिकानों पर हमला किया है और इसके बाद कोई एस्केलेशन नहीं होनी चाहिए। इस पर राहुल ने तंज कसा, “आपने 30 मिनट में ही पाकिस्तान के सामने सरेंडर कर दिया। यह दर्शाता है कि आपके पास लड़ने की इच्छाशक्ति नहीं थी। सरकार ने पायलट्स के हाथ-पांव बांध दिए।”
“अगर पहले मेरी बात मानी होती…”
राहुल गांधी ने कहा कि भारत सरकार ने रणनीतिक भूल की। “हम किसी से लड़ रहे हैं और उसे कह रहे हैं कि बस एक थप्पड़ मार दिया है, दूसरा नहीं मारेंगे।” उन्होंने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों का जिक्र करते हुए कहा, “ट्रंप ने 29 बार कहा कि उन्होंने युद्ध रुकवाया। अगर सरकार में दम है तो प्रधानमंत्री सदन में कहें कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं।”
“पाकिस्तान को चीन से मिल रही थी लाइव बैटलफील्ड फीड”
राहुल ने कहा कि भारत सरकार को पहले ही समझ लेना चाहिए था कि ये सिर्फ पाकिस्तान से नहीं, बल्कि चीन-पाकिस्तान के गठजोड़ से लड़ाई है। उन्होंने कहा, “चीन पाकिस्तान को क्रिटिकल मिलिट्री इंटेलिजेंस दे रहा था। जनरल राहुल सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान को चीन से लाइव बैटलफील्ड फीड मिल रही थी।”
“चीनी मदद से बदल रही है पाकिस्तानी वायुसेना”
उन्होंने आगाह किया कि चीन की मदद से पाकिस्तान की वायुसेना ट्रांसफॉर्म हो रही है और पाकिस्तानी अधिकारी चीन में ट्रेनिंग ले रहे हैं। “चीन और पाकिस्तान की सेना अब एक जैसी हो गई है। यह भारत के लिए बेहद खतरनाक स्थिति है,” उन्होंने कहा।
“विदेश नीति पूरी तरह विफल रही”
राहुल गांधी ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद एक भी देश ने पाकिस्तान की निंदा नहीं की, जबकि सरकार सिर्फ आतंकवाद की निंदा की बात कर रही है। “एक भी इस्लामिक देश ने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, यह भारत की विदेश नीति की विफलता है।”
“प्रधानमंत्री सेना का इस्तेमाल अपनी इमेज के लिए कर रहे हैं”
राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सेना का इस्तेमाल राष्ट्रहित में नहीं, बल्कि अपनी छवि चमकाने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “सेना का इस्तेमाल आजादी के साथ होना चाहिए, लेकिन उसका राजनीतिक इस्तेमाल खतरनाक है। हमारा उद्देश्य चीन और पाकिस्तान को अलग करना होना चाहिए, लेकिन सरकार उल्टा कर रही है।”