मथुरा | उत्तर प्रदेश के बागपत में साल 2021 में हुए ‘चाट युद्ध’ के बाद अब मथुरा में ‘लस्सी युद्ध’ सामने आया है. बरसाना में लाडली जी मंदिर मार्ग पर दो लस्सी विक्रेताओं के बीच ग्राहकों को अपनी दुकान पर बुलाने को लेकर जमकर मारपीट हो गई. लाठी-डंडों और ईंट-पत्थरों से हुई इस भिड़ंत में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
क्या है मामला?
घटना मथुरा के बरसाना क्षेत्र की है, जहां लाडली जी मंदिर की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर लस्सी बेचने वाले दो दुकानदारों के बीच झगड़ा हो गया. झगड़े की वजह यह बताई जा रही है कि दोनों पक्ष एक ही ग्राहक को अपनी दुकान पर बुला रहे थे. देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चलने लगे. वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह दोनों ओर से लोग एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं.
मारपीट के दौरान एक महिला बुरी तरह घायल हो गई. सड़क पर मची इस अराजकता से अफरा-तफरी का माहौल बन गया और इलाके में दहशत फैल गई. हैरानी की बात यह रही कि इतनी गंभीर स्थिति के बावजूद पुलिस मौके पर मौजूद नहीं थी.
पुलिस ने लिया संज्ञान
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए एसपी देहात सुरेश चंद रावत ने कहा, “दो पक्षों में मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. घटना संज्ञान में ली गई है. लस्सी विक्रेताओं में ग्राहकों को लेकर विवाद हुआ है, जिसमें एक महिला घायल हुई है. जांच की जा रही है और तहरीर मिलने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
बागपत के ‘चाट युद्ध’ की दिलाई याद
यह घटना 22 फरवरी 2021 को बागपत के बड़ौत बाजार में हुई ‘चाट युद्ध’ की याद दिला गई, जिसमें दो चाट दुकानदार ग्राहकों को बुलाने को लेकर भिड़ गए थे. उस समय लाठी-डंडों से हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. उस वीडियो में खास तौर पर एक दुकानदार हरेंद्र सिंह चर्चा में आए थे, जिनके बालों की स्टाइल ने उन्हें इंटरनेट पर ‘बागपत वाले चाचा’ और ‘आइंस्टीन चाचा’ बना दिया था. उनकी फाइट के वीडियो पर आज भी मीम्स बनते हैं.
सवाल उठे पुलिस व्यवस्था पर
मथुरा की घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की तत्परता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. मंदिर मार्ग जैसी भीड़भाड़ वाली जगह पर खुलेआम मारपीट और पुलिस की गैरमौजूदगी से लोगों में असुरक्षा की भावना बनी है. सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.
इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन का कहना है कि जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई की जाएगी.