नई दिल्ली, 28 जुलाई 2025 — कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर दिए अपने बयान को लेकर उठे विवाद पर सोमवार को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि “ट्रोल्स अलग-अलग किस्म के होते हैं और वे गलत जानकारी फैलाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। सबसे घटिया ट्रोल वह होता है जो पूरी रिकॉर्डेड इंटरव्यू को छिपाता है, उसमें से दो वाक्य निकालता है, कुछ शब्दों को म्यूट कर देता है और वक्ता को बदनाम करने की कोशिश करता है।”
चिदंबरम की यह प्रतिक्रिया भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के रविवार रात के उस पोस्ट के जवाब में आई है, जिसमें मालवीय ने The Quint को दिए उनके इंटरव्यू का एक छोटा सा क्लिप साझा किया था। क्लिप के आधार पर उन्होंने आरोप लगाया कि चिदंबरम और कांग्रेस ने पाकिस्तान को “क्लीन चिट” दे दी है।
विवादित क्लिप में चिदंबरम यह पूछते दिखते हैं, “अब तक हमलावरों की पहचान क्यों नहीं हुई? उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?” इस टिप्पणी को भाजपा नेताओं ने पाकिस्तान को बरी करने के रूप में पेश किया।
हालांकि, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अभी तक दो स्थानीय व्यक्तियों को आतंकियों की मदद के आरोप में गिरफ्तार किया है। एजेंसी का कहना है कि हमलावर पाकिस्तानी नागरिक थे, लेकिन उनके नाम अभी उजागर नहीं किए गए हैं। एनआईए ने कहा कि उचित समय पर उनकी पहचान साझा की जाएगी।
चिदंबरम ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि हमलावरों से जुड़ी जानकारी टुकड़ों में अलग-अलग सरकारी दफ्तरों से क्यों आ रही है, और इसमें “पूर्ण चुप्पी” क्यों है।
उनके बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी सोशल मीडिया पर इस विवाद में हस्तक्षेप करते हुए लिखा, “जो लोग बिना पूरी बात जाने प्रतिक्रिया देने में जल्दबाज़ी करते हैं, उन्हें पूरा इंटरव्यू देखना चाहिए।” उन्होंने भी एक प्रमोशनल क्लिप साझा की, जिसमें पी. चिदंबरम ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले के बाद की सरकारी रणनीति पर सवाल उठाते दिखते हैं।